Friday, October 5, 2018

पृथ्वी शॉ: छोटी उम्र में बड़ा कमाल

थ्वी शॉ के पहले टेस्ट मैच में उतरने से पहले ही उनकी ख़ासी चर्चा हो रही थी और उन्होंने अपनी पहली ही टेस्ट पारी में दिखा दिया कि वो चर्चा यूं ही नहीं थी. राजकोट में वेस्टइंडीज के ख़िलाफ़ भारत के 293वें टेस्ट क्रिकेटर बने पृथ्वी शॉ ने अपनी पहली ही पारी में टेस्ट शतक जड़ दिया.
उन्हें साथी खिलाड़ी अजिंक्य रहाणे और कोच रवि शास्त्री ने सलाह दी थी कि अपने खेल और स्टाइल में बदलाव की ज़रूरत नहीं है और शॉ ने ऐसा ही किया.
टॉस जीत कर पहले बल्लेबाज़ी करने उतरी भारतीय टीम की पारी का आगाज़ करने उतरे पृथ्वी शॉ ने जिस निर्भीक अंदाज में बल्लेबाज़ी की उसे देख कर यह कहीं से नहीं लग रहा था कि महज 18 वर्षीय इस क्रिकेटर का यह पहला टेस्ट है.
उनके बल्ले से सबसे पहले निकले तीन रन. फिर तो उन्होंने चौके की बौछार कर दी और इस दौरान पृथ्वी शॉ की बल्लेबाज़ी में स्ट्रेट ड्राइव, कवर ड्राइव, ऑफ़ ड्राइव, स्कवेयर कट, लेग ग्लांस, कट, पुल, स्वीप, रिस्ट वर्क जैसे तमाम शॉट्स निकले. थ्वी शॉ ने केवल 56 गेंदों में अर्धशतक जड़ दिया. वो यहीं नहीं रुके इसके बाद उन्होंने संभलते हुए बल्लेबाज़ी करनी शुरू की और फिर पहले ही टेस्ट में शतक का रिकॉर्ड भी बना डाला.
इस शतक के साथ ही पृथ्वी शॉ पहले टेस्ट में शतक बनाने वाले सबसे कम उम्र के भारतीय बल्लेबाज़ भी बन गए.
पृथ्वी शॉ, पहले टेस्ट में शतक जड़ने वाले दुनिया के 104वें और भारत के 15वें क्रिकेटर हैं.
अपने पहले टेस्ट में शतक जमाने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज़ लाला अमरनाथ थे जिन्होंने 1933 में इंग्लैंड के ख़िलाफ़ 118 रनों की पारी खेली थी.
इसके बाद दीपक शोधन (110), कृपाल सिंह (100 नाबाद), अब्बास अली बेग (112), हनुमंत सिंह (105), गुंडप्पा विश्वनाथ (137), सुरेंद्र अमरनाथ (124), मोहम्मद अजहरुद्दीन (110), प्रवीण आमरे (103), सौरव गांगुली (131), वीरेंद्र सहवाग (105), सुरेश रैना (120), शिखर धवन (187) और रोहित शर्मा (177) भारत के लिए अपने पहले ही टेस्ट में शतक जमा चुके हैं.
चार साल की उम्र में अपनी मां को खोने वाले पृथ्वी शॉ मुंबई के बाहरी इलाके विरार में पले बढ़े हैं.
आठ साल की उम्र में उनका बांद्रा के रिज़वी स्कूल में एडमिशन कराया गया ताकि क्रिकेट में करियर बना सकें.
स्कूल से आने जाने में उन्हें 90 मिनट का वक्त लगा करता था जिसे वो अपने पिता के साथ तय किया करते थे.
14 साल की उम्र में कांगा लीग की 'ए' डिविजन में शतक जड़ने वाले सबसे कम उम्र के क्रिकेटर बने.
दिसंबर 2014 में अपने स्कूल के लिए 546 रन का रिकॉर्ड बनाया.
पृथ्वी मुंबई की अंडर-16 टीम की कप्तान कर चुके हैं. और उन्होंने न्यूज़ीलैंड में बतौर कप्तान भारत को अंडर-19 वर्ल्ड कप भी दिलाया है.
जनवरी 2018 में आईपीएल के लिए हुए ऑक्शन में पृथ्वी शॉ को दिल्ली डेयरडेविल्स ने 1.2 करोड़ रुपये में अपनी टीम में लिया.
किंग्स इलेवन पंजाब के ख़िलाफ़ पहला मैच खेलने के साथ ही पृथ्वी आईपीएल के इतिहास के सबसे कम उम्र (18 साल 165 दिन) के क्रिकेटर बन गए.
पहले मैच में ही उन्होंने 10 गेंदों पर 22 रन बना कर अपनी क्षमता का प्रदर्शन कर दिया और पूरे टूर्नामेंट के दौरान 9 मैचों में 27.22 की औसत से 245 रन बनाए. इस टूर्नामेंट में उनका स्ट्राइक रेट 153.1 का रहा.
पिछले दो दशकों के दौरान रणजी ट्रॉफ़ी के पदार्पण मैच में शतक बनाने वाले पहले क्रिकेटर बने. पृथ्वी शॉ दलीप ट्रॉफ़ी के पहले मैच में भी शतक जड़ने का कमाल कर चुके हैं.
2017-18 के रणजी ट्रॉफ़ी में पृथ्वी शॉ ने बेहद अच्छी बल्लेबाज़ी की. उन्होंने तमिलनाडु (123), ओडिशा (105) और आंध्र प्रदेश (114) के ख़िलाफ़ शतक बनाए.
टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण से पहले पृथ्वी शॉ ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट के अब तक 15 मैचों में 57.44 की औसत 7 शतकों की मदद से 1,436 रन बनाए हैं.
इसके अलावा इंग्लैंड में भारत 'ए' के लिए खे
पूर्व क्रिकेटर वीवीएस लक्ष्मण ने लिखा, "18 साल के लड़के को मैदान में उतरते ही नेचुरल गेम खेलते देखना अच्छा लगा."
ते हुए पृथ्वी शॉ ने 60.3 की औसत से सर्वाधिक 603 रन बनाए. भारतीय टीम के हालिया इंग्लैंड दौरे के अंतिम दो मैचों के लिए पृथ्वी शॉ टीम में चु
संजय मांजरेकर ने लिखा, "पृथ्वी शॉ को डेब्यू मैच में शतक बनाने के लिए बधाई." मांजरेकर ने शॉ की 100 के स्ट्राइक रेट से रन बनाने की तारीफ की.
ने गए लेकिन तब उन्हें अंतिम ग्यारह में खेलने का मौका नहीं मिल सका था.
पृथ्वी शॉ के अंडर-19 के कोच राहुल द्रविड़ उनकी मानसिकता से बहुत प्रभावित हैं. उनका कहना है कि पृथ्वी ने अपनी क्रिकेट में लगातार सुधार किया है.

 जैसे ही पृथ्वी शॉ ने शतक जड़ा सोशल मीडिया पर कई प्रतिक्रियाएं आने लगीं. पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग ने लिखा, "अभी तो बस शुरुआत है, लड़के में बहुत दम है."